त्रिदोष सिद्धान्त
- Eternal Power Healing Centre Clinic
- Oct 22, 2021
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आयुर्वेद में त्रिदोष वात पित्त कफ के संतुलन बिगड़ने को ही रोग कहा गया है ,इनसे ही सभी रोगों की उतपत्ति होती है।मैं आपको कफ को संतुलित करने के बारे मे बताऊंगी
कफ के असंतुलन के कारण
कफ बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे दूध,वसा युक्त और तेलीय पदार्थ,कोल्ड्रिंक, खट्टी चीजें,नमकीन,और ज़्यादा मीठी चीजें ।
ओवरईटिंग, और ज़्यादा गरिष्ठ भोजन करने से।
ठंड लगने से
शारीरिक गतिविधयां कम करने से।
कफ संतुलित करने के तरीके
सुबह नहाने से पहले शरीर पर तिल के तेल से मसाज करें।
व्यायाम ज़रूर करें।
काली मिर्च अदरक दालचीनी का उपयोग करें
उषापान ना करें।
ताज़ी सब्जियां खाएं
शहद का सेवन कफ को संतुलित करता है
रात को समय पर सोए
सूर्यनमस्कार करने से भी कफ ठीक होता है।
अदरक शहद तुलसी का सेवन करें
हल्दी दूध में डालकर पियें।
नींबू शहद गुगुनगुने पानी मे पियें
कुंजल करें।
जलनेति करें।
डॉ दीपाली अग्रवाल
सुजोक थेरेपिस्ट, नेचुरोपैथ
9887149904
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